बांदा जिले के अंतर्गत बबेरू तहसील में श्री पहाड़ी महादेव मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में श्री पहाड़ी महादेव मंदिर का निर्माण हो रहा है, यह मंदिर  चित्रकूट, प्रयागराज, काशी और गया जैसे प्राचीन और सांस्कृतिक शहरों को जोड़ने वाले राजमार्ग 92 पर स्थित है। प्राचीन काल से यह क्षेत्र अध्यात्म और भक्ति का केंद्र रहा है। यह नगर ऋषि वामदेव , ऋषि भरद्वाज और संत तुलसीदास की तपस्थली और कर्मस्थली रहा है। ऋग्वैदिक काल से लेकर आज तक कई संत इस क्षेत्र में रहते आये हैंयह स्थान आध्यात्मिक रूप धन्य होने के बाद भी, इस क्षेत्र का विकास और लोगों का जीवन स्तर अभी भी प्रयागराज, काशी जैसे शहरों से बहुत पीछे है।इस क्षेत्र के किसान, बारिश पर निर्भर हैं तथा इनके पशुओं की दशा तो और भी गंभीर है, इन्हें बीमार होने पर दवा और इलाज भी समय से नहीं मिलता, जिससे पशुधन की बहुत हानि होती है और किसान की दशा अति दयनीय और सोचनीय हो जाती है।इस छेत्र में स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा का स्तर बहुत ही नीचे है

श्री पहाड़ी महादेव मंदिर के माध्यम से, सनातन धर्म के सिद्धांतों के साथ यहाँ के हर वर्ग की मदद करने, पशुधन को बचाने और युवाओं को उच्च शिक्षित करने के लिए क्रमशः कार्यक्रम शुरू किये जायेंगे, ताकि वो आत्मनिर्भर बनने के साथ एक सुसंस्कृत समाज और मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकें।

श्री पहाड़ी महादेव मंदिर ट्रस्ट अपने लाभार्थियों के हितों का प्रबंधन और संरक्षण करेगा।

मंदिर के शेष कार्य की सारिणी: सभी से निवेदन है की श्री महादेव के इस भव्य मंदिर के निर्माण में अपना भी योगदान करें और शिव का अनुग्रह प्राप्त करे। आपके दिए सहयोग से आप पर और आपके परिवार पे चिरकाल तक शिव जी की अनुकम्पा बानी रहेगी ।

 बचा हुआ कार्य: 

 ** दान किस कार्य के लिए दिया है उसका विवरण जरूर बताये, ज्यादा जानकारी और दान के विवरण के लिए आप व्हाट्सअप ९५७५०००७७० पर सम्पर्क करें। 


दान एवं पुण्य  निर्माण यात्रा 

दादरी: यह गुंबद के अंदर से एक सुंदर शंक्वाकार पैटर्न बनाने के लिए नक्काशीदार पत्थरों को एक साथ रखा गया है।

सामरन: गुंबद के बाहर से पैटर्न बनाने के लिए गुंबद के बाहर परत पत्थर को कवर किया गया है।

**जो भी दानदाता अकेले या मिलकर इस कार्य को करता है तो उनके नाम का शिलालेख लगाया जायेगा और उसकी छोटी सी छोटी जानकारी संरछित की जाएगी।

**ट्रस्ट का पंजीकरण प्रगति पर है और अगले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा। मंदिर वेबसाइटों के साथ-साथ सोशल साइट्स पर भी 80G के बारे में अधिसूचना पोस्ट करेगा और दानकर्ता 80G प्रमाणपत्र प्राप्त करने में सक्षम होंगे

जनवरी: शिखर का कार्य आरम्भ हो चूका है

२ जनवरी २०२३, शिखर का कार्य आरम्भ करने के लिए मार्बल घड़ाई का कार्य प्रगति पर है, दादरी का कार्य और सामरण का कार्य बहुत ही विशाल संगमरमर के पत्थरों से हो रहा है , इसमें सभी पत्थरों को किसी भी तरह का लोहा या सीमेंट का प्रयोग किये बिना, एक दूसरे से इंटरलॉकिंग तरीके से रखा गया है। 

मंदिर स्थल स्थान: बांदा रोड, बबेरू, बांदा 210121, चित्रकूट प्रयागराज और काशी के प्राचीन और सांस्कृतिक शहरों को जोड़ने वाले राजमार्ग 92 पर स्थित है।

निकटतम रेलवे स्टेशन: बांदा यू.पी (code: BNDA)

निकटतम हवाई अड्डा: लखनऊ ( code: LKO)